Sunday, January 25, 2015

भगवान की मदद

2000 वर्ष तक कोई भी भगवान हमारी मदद
करने को नहीं आया| किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा कि ये भी इन्सान है
इनको भी जीने का अधिकार है |
किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा कि इनको भी मैंने बनाया है फिर
मै इनको मंदिर में प्रवेश करने से क्यों रोकूँ ?
किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा कि इनकी भी आवश्यकताए है,
इनको भी सुविधापूर्वक, सरल जीवन जीने
का अधिकार है | किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा जिस पानी को पशु पी सकते है
वो पानी इन इंसानों के पीने से कैसे अपवित्र
हो सकता है ? किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा इनकी भी जरूरते है इसलिए
इनको भी भविष्य के लिए धन और संपत्ति संचय
करने का अधिकार है | किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा जो लोग गाय का मूत्र पीकर
अशुद्ध नहीं होते है वो किसी इन्सान
की छाया पड़ने से कैसे अपवित्र हो सकते है?
किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा कि इनको भी ऊपर उठने
का अधिकार है और इनको भी शिक्षा प्राप्त
करने का अधिकार है ? किसी भी भगवान ने ये
नहीं सोचा कि जब ये धरती पशु पक्षियों और
इन तथाकथित उच्च वर्ण के लोगो के मलमूत्र से
अपवित्र नहीं होता है तो फिर इन लोगो के
थूक और पदचाप से कैसे अपवित्र हो सकती है ?
फिर उस भगवान को मै क्यों मानू जिस
भगवान ने इंसानों में ही फर्क किया और
इंसानों को6743 से अधिक
श्रेणियों यानि कि जातियों में बाँट
दिया | जिस भगवान ने ये
नहीं सोचा सभी को समानता का अधिकार
है और सबको आजादी से जीने का अधिकार है,
उस भगवान को मै क्यों मानू ? मै उस इन्सान
को मानता हूँ जिसने इन
सभी बातो को जाना और हमको हर तरह
की से मुक्ति दिलाने के लिए अपना सर्वस्व
न्योछावर कर दिया|उन्होंने सारा जीवन
हमको पशु से इन्सान बनाने के लिए बलिदान कर
दिया और हमको इन्सान बना कर ही दम
लिया |
मेरे भगवान तो वही बाबा साहब DR.BHIM
RAO AMBEDKAR JI है जिनकी वजह से मै आज
आजाद हूँ |जिनकी वजह से मैंने शिक्षा प्राप्त
की, वही मेरे भगवान है | जिनकी वजह से मै आज
सिर उठाकर चल सकता हूँ वही बाबा साहब
मेरे भगवान है और मै उन बाबा साहब DR. BHIM
RAO AMBEDKAR JI को नमन करता हूँ ......... जय
भीम

डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बारे में कुछ तथ्य

डॉ.भीमराव अम्बेडकर के बारे में ऐसे तथ्य जो छिपे हुए है
________________________________________
(प्रो.एवं इतिहासकार श्रीमान Tararam Gautam से मिली जानकारी का हिन्दी अनुवाद)

कृपया अपना कीमती समय निकालकर डॉ. भीमराव अम्बेडकर बारे में छिपी बेशकीमती वास्तविकता को जानने का श्रम करें....
अम्बेडकर के महान कार्य :-
एक भारतीय युवा के रूप में डॉ.भीमराव अम्बेडकर की अधिकांश जानकारियों को साझा करते हुए ख़ुशी और गर्व महसूस होता है |
हमारे "आधुनिक भारत के संस्थापक और पिता" के बारे में अज्ञात तथ्य -
क्रांतिकारी डॉ .बाबासाहेब अम्बेडकर :-
आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है की इसे पढ़ने के बाद आगे से आगे साझा (share) करे-

1 . कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय इंग्लैंड 2011(विश्व का शीर्ष विश्वविद्यालय) के अनुसार दुनिया का पहला प्रतिभाशाली केवल एक भारतीय व्यक्ति डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर है, जो इस विश्वविद्यालय में सबसे शीर्ष स्थान पर रहा.

2 . प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार पाने वाले 6वे भारतीय अर्थशास्त्री प्रो. अमर्त्य सेन का दावा है कि डॉ. बी. आर. अम्बेडकर अर्थशास्त्र में मेरे पिता है".

3. भारत के प्रथम विधि/कानून मंत्री बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर द्वारा भारतीय महिलाओं के उत्थान के लिए बनाया गया "हिंदू कोड बिल'' जब प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा पारित न हो सका तब बाबा साहब अम्बेडकर ने पद से इस्तीफा दे दिया |लेकिन यह दुर्भाग्य की बात रही महिलाओं का एक भी संगठन इसके लिए आगे आकर बात नहीं कर सका |
भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर ने इसके लिए बहुत प्रयास किया | तीन साल तक उन्होंने इस बिल को पारित करवाने के लिए लड़ाई लड़ी, उन्होंने कहा की यह बिल भारतीय महिलाओं को गरिमा वापस दे रहा है ; और लड़कों और लड़कियों को समान अधिकार देने की बात करता है |मगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में सत्तारूढ़ पार्टी में कट्टरपंथियों ने इस बिल पारित होने की अनुमति नहीं दी |

4- 1935 में गठित भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई) का आधार बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा हिल्टन यंग कमीशन के समक्ष प्रस्तुत किये गए विचारों के आधार पर किया गया था |

5 . डॉ. अम्बेडकर दामोदर घाटी परियोजना , हीराकुंड परियोजना , सूरजकुंड नदी-घाटी परियोजना के निर्माता थे | डा. अम्बेडकर की अध्यक्षता में 1945 में इसे बहुउद्देशीय उपयोग के लिए महानदी के रूप में नियंत्रित कर के संभावित लाभ में निवेश करने का फैसला किया गया था, लेकिन अधिकांश नेतागण छिपे हुए थे और गलत तरीके से बहुउद्देश्यीय नदी-घाटी परियोजनाओं के माध्यम से औद्योगीकरण के लिए नेहरू की गलत नीतियों का समर्थन करने के लिए उन्हें पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया |

6 . डा. अम्बेडकर ने अति-महत्वपूर्ण आवश्यकताओं के रूप में "ग्रिड सिस्टम" पर बल दिया जो आज भी सफलतापूर्वक काम कर रहा है | आज बिजली इंजीनियर जो प्रशिक्षण के लिए विदेश जा रहे हैं, इनका श्रेय भी डॉ. अंबेडकर को ही जाता है, जिन्होंने श्रम विभाग के एक नेता के रूप में विदेशों में प्रशिक्षित सबसे अच्छे इंजीनियरों के लिए नीति तैयार की है |

7 . मजदूरों के मुक्तिदाता- डॉ. अम्बेडकर ने भारत में मजदूरों के लिए 8 घंटों का कार्य निर्धारण कर श्रमिकों के लिए एक प्रकाशपुंज बन गये, 1942 से पूर्व से 12 घंटे के रूप में चला आ रहा समय बदल कर 8 घंटे कर दिया गया |

8. डॉ. अम्बेडकर ने बिजली उत्पादन और थर्मल पावर स्टेशन की जांच पड़ताल की समस्या का विश्लेषण करने, बिजली प्रणाली के विकास, जलविद्युत स्टेशन, साइटों, हाइड्रो इलेक्ट्रिक सर्वे के लिए केन्द्रीय तकनीकी विद्युत बोर्ड (CTPB) की स्थापना की.

9. डॉ. अम्बेडकर ने मार्च 1944 केन्द्रीय जल सिंचाई और नेविगेशन आयोग (CWINC) की स्थापना की.
हमारे घर आज रौशनी से प्रदीप्त और हमारे खेतों में हरियाली के रूप में फसले लहलहाती नजर आ रही है तो इसकी वजह डॉ. अम्बेडकर की सुनियोजित व तारकीय परियोजनाओं के रूप में भूमिका रही है |
आज भारत की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा इसी पर टिका हुआ है |

10-इस तरह भारत में जल प्रबंधन और विकास के रूप में एक ऐसी अवधारणा है , तो इसका श्रेय डा. अंबेडकर की चतुरता को जाता है, जिसने अपनी चतुरता से प्राकृतिक संसाधनों के लिए भारत की सेवा रही हैं |
11- यह बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर ही दूरदृष्टि थी वरन आज भारत में बिजली की आपूर्ति से सिंचाई और अन्य विकास कार्यो से देश की इस स्थिति की कल्पना भी नहीं कर सकते |
12- जब द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हो गया तब कृषि, उद्योगों के विकास, पुनर्वास और रक्षा सेवाओं की तैनाती में सुधार सहित अर्थव्यवस्था में फिर से सुधार करने के रूप में भारत को कई चुनौतियों का सामना करना था | ऐसी विकट स्थिति में पुनर्निर्माण समिति (आरसीसी) का गठन किया और डॉ. अम्बेडकर को ही इस समिति के अध्यक्ष की भूमिका सौंपी गई |

13 डॉ. अम्बेडकर उत्तरी और दक्षिणी राज्यों में मध्य प्रदेश के विभाजन का सुझाव दिया था.
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के विभाजन से इन दोनों राज्यों के लिए बेहतर विकास होगा | 1955 से राजधानियों के रूप में पटना और रांची दो भागों में विभाजित का सुझाव दिया था |
मगर लगभग 45 साल के बाद वर्ष 2000 में दोनों राज्यों विभाजित किया गया और छत्तीसगढ़ और झारखंड का गठन किया गया.

14. डॉ. अम्बेडकर ही "भारत में महिलाओं के अधिकारों के चैंपियन" है |
उन्होंने भारतीय महिलाओं की मुक्ति और सशक्तिकरण के लिए लम्बे समय तक कठिन संघर्ष किया और मजदूरों के लिए और भी कई कानून बनाये गये. जैसे:-
*श्रम कल्याण निधि
* महंगाई भत्ते
* .एस.आई.
* भविष्य निधि अधिनियम
* महिला और बाल श्रम संरक्षण अधिनियम (महिलाओं के श्रम बिल के लिए)
* मातृत्व लाभ
* तलाक अधिनियम
* संपत्ति के अधिकार
* दिहाड़ी-श्रमिकों को अवकाश लाभ .
*कर्मचारियों के लिए वेतनमान में संशोधन.
*खानों में भूमिगत कामकाजी महिलाओं पर प्रतिबंध व पुनरुद्धार.

15. डॉ. अम्बेडकर ने भारत में रोजगार कार्यालय' की स्थापना सहित कई श्रम सुधारों के बारे में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी..

16 . डॉ. अम्बेडकर के अलावा अन्य कोई व्यक्ति नहीं था, जिसने संविधान में हर पांच साल में एक वित्त आयोग के लिए प्रावधान शुरू किया हो |

17 . भारत के सभी तेरह वित्त आयोग की रिपोर्ट के लिए संदर्भ का मूल स्रोत सदा ही डॉ. अम्बेडकर की पी.एच.डी. के थीसिस- " भारत में अंग्रेजों के प्रांतीय वित्त विकास" आधार रहा है |

18 . डॉ. अम्बेडकर ही सम्पूर्ण दक्षिण एशिया में अर्थशास्त्र में पहले पी.एच.डी. और अर्थशास्त्र में डबल डॉक्टरेट करने वाले पहले महापुरुष है |

19 . डा. अम्बेडकर
* भारत के पहले कानून मंत्री .
* मात्र एक भारतीय जिसकी तस्वीर लंदन के संग्रहालय में "कार्ल मार्क्स" के साथ है .
* भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार .
* भारत के सबसे बड़े एवं प्रतिभाशाली वकील .
* पहले आदमी जिन्होंने इंदिरा गांधी की "चालाक और मौसमी राजनेतागिरी" के बारे में खुले तौर पर विरोध किया हो |
* भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दुश्मन और मुख्य प्रतिद्वंदी |
* सार्वजनिक रूप में हिन्दू धर्म का "अमानवीय व बेवकूफ-पुराण "मनुस्मृति" नामक पुस्तक को जलाने वाले पहले महापुरुष |
* भारतीय मूल बौद्ध धम्म क्रांति के नायक और भारत में धार्मिक पुनर्जागरणवादी नेता |
* लाखों पीड़ितों के पिता.
* राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया अशोक स्तम्भ जो शेर के रूप में जाना जाता है,तथा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में धम्म का पहिया (चक्र), जो दोनों सारनाथ में एक अशोक स्तंभ के रूप है, इनका श्रेय भी अम्बेडकर को ही दिया जाता है |

* पहले भारतीय जो अर्थशास्त्र में एस.सी. स्नातक की उपाधि प्राप्त है.
* डॉ. अम्बेडकर को सी.एन.एन., आई.बी.एन., हिस्टरी टीवी., एवं चैनल18 द्वारा "सबसे महान भारतीय" के रूप में घोषित किया गया है |
* 1908 में भारत में दलित वर्ग से 10 वीं मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रथम व्यक्ति है, गौरतलब है की भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में उस ज़माने के सबसे प्रतिभाशाली विद्यार्थी को 750 में से सिर्फ 282 अंक मिले |क्या यह जातिवादी घटिया मानसिकता नहीं कही जा सकती है ?

* 1912 में बी.. राजनीति और अर्थशास्त्र बंबई विश्वविद्यालय |

* 1915 में अमेरिका से एम. . अर्थशास्त्र में अपने शोध "प्राचीन भारतीय वाणिज्य" में |
* पीएचडी (ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्त विकास अर्थशास्त्र ) 1917 में कोलंबिया विश्वविद्यालय , अमेरिका में -

* DSC - ( थीसिस - रुपया की समस्या ) 1920 में लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स |

* लंदन में 1924 में ग्रेज से कानून में बार .

* LLD - ( ऑनर्स ) कोलंबिया विश्वविद्यालय ,न्यूयॉर्क , अपनी उपलब्धियों , नेतृत्व और संलेखन ( भारत का संविधान का )के लिए |

* डी. लिट - उस्मानिया विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित भी.

* एम.एस.सी. लंदन
* राजनीतिक-अर्थशास्त्र जर्मनी .

* अर्थशास्त्र में पहला पी.एच.डी. महामानव और अर्थशास्त्र में प्रथम डबल डॉक्टरेट भी |
महानतम डॉ. भीमराव अम्बेडकर
* संवैधानिज्ञ
* क्रांतिकारी
* बोधिसत्व
* एक सांसद
* अर्थशास्त्री
* समाजशास्त्री
* महान राजनीतिज्ञ
* भारतीय विधिवेत्ता
* बौद्ध कार्यकर्ता
* दार्शनिक
* विचारक
* मानवविज्ञानी
* इतिहासकार
* वक्ता
* विपुल लेखक
*आधुनिक भारत के महानतम समाज सुधारक और सच्चे महानायक,
लेकिन "भारतीय जातिवादी-मानसिकता" से सदा ही इस महापुरुष की उपेक्षा ही की गई |
बड़े ही दुर्भाग्य की बात रही है की भारत में हमेशा से ही एक विशेष व उच्च वर्ग के नेता और उनके कार्यों को स्कूल-कालेजों की बहुत सी किताबें में और अन्य माध्यम से जगह मिली और उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर प्रचारित किया जाता रहा |
मगर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े ऐसे महान-लोगों के महान कार्यों को चित्रित करना किसी को नहीं सिखाया गया |
विश्वसनीय सूत्रों का कहना है---

मैंने अपने स्कूल के दिनों में अम्बेडकर के बारे में ऐसा कभी नहीं पढ़ा |
पढ़ा तो केवल- "अम्बेडकर - भारतीय कानून के पिता" |
बिल्कुल सच है ऐसे महान व्यक्ति के बारे में कुछ भी लिखने या प्रकाशित करते समय "भारतीय जातिवादी मीडिया" की कलम से स्याही सूख जाती है ..
जल्द ही भारतीयों के मन में परिवर्तन किया जाएगा और अम्बेडकर के बारे अपने ज्ञान को व्यापक किया जायेगा |
||जय भीम-जय बुद्ध-जय भारत ||
_________________________________________
Facts which were hidden from you about Dr.Babasaheb Ambedkar.
Please find your precious time to read below hidden reality about Dr. B. R.
Ambedkar work ..please.
As an Indian and a youth, it is my pleasure and very proud to share about most of the
unknown facts about our "Founding Father of Modern India"-
REVOLUTIONARY DR. BABASAHEB AMBEDKAR.
It is my humble request to all, please do read it and share to everyone after reading it.

1. Only an Indian who topped in Top world's first Talented person according to Cambridge university, England 2011.

2. Prof. Amartya sen, 6th Indian to get prestigious Nobel prize winning economist claims that "Dr. B. R. Ambedkar is my father in Economics."

3. He resigned from the post of ’First Law Minister of India when his noble"Hindu code bill"a women Right for indian women dropped by Prime minister Nehru. But none of women organisation talks about it. The contribution of Dr. B. R. Ambedkar for women empowerment in India is lot. For three years, he fought to get the bill passed. It spoke of giving back dignity to indian women and giving equal rights to boys and girls. The orthodoxy in the ruling party led by Shyama prasad mukhrjee didn't allow this bill to be passed.

4.The Reserve bank of India (RBI ) formed in 1935 was based on the ideas that Dr. Babasaheb presented to the Hilton young commission.

5. Dr. Ambedkar was the creator of Damodar valley project, Hirakud project, The son river valley project. In 1945, under the chairmanship of Dr. Ambedkar, it was decided to invest in the potential benefits of controlling the Mahanadi for multi- purpose use. But almost were hiding and wrongly attributed entirely to Nehru’s vision for industrialisation through multi-purpose river valley projects.

6. Dr. Ambedkar emphasised on the significance and need for the"Grid System"which is still working successfully even today. If today power engineers are going abroad for training, the credit goes to Dr. Ambedkar again, who as a leader of labour Department formulated the policy to trained best engineers overseas.

7. Saviour of labours, brought 8 hours of duty for labours in India. Dr. Ambedkar changed the working time from 12 hours to 8 hours in 1942 which became a light for workers in India.

8. Dr. Ambedkar established"Central Technical Power Board"(CTPB) for power system development., hydro power station sites, hydro electric shurveys, analysing problem of electricity generation and thermal power station investigation.

9. Dr. Ambedkar set up the Central Water Irrigation and Navigation Commission (CWINC) in March 1944. IF our house's are illuminated today and if our field are green , its because of Dr. Ambedkar ’s stellar role in the planning projects on which rest a major part of India's economy today.

10. If there is such a concept such as Water Management and Development in India,then the credit goes to Dr. Ambedkar for ably ably the natural resources serve India.

11.If it was not Dr. Ambedkar ’s vision one can imagine the situation of electric supply, irrigation and development of India.

12. When second world war was ended, there were many challenges for India, such as re-establishing the economy, including improvement in agriculture, development of industries, rehabilitation and redeployment of defence services etc. For this reconstruction committee council (RCC ) was established.
Dr. Ambedkar was a member of RCC and was assigned the role of President of"Policy committee for"Irrigation and Power."

13. Dr. Ambedkar had suggested division of Madhya Pradesh into northern and southern state's. He had also suggested division of Bihar split into two, with Patna and Ranchi as the capitals way back in 1955 for better development of these state's. After almost 45 years both states were divided and Chhattisgarh and Jharkhand were formed in the year 2000.

14. Dr. Ambedkar is"Champion of women's Rights in India". He strived hard for liberation and empowerment of Indian women and framed many laws for labours and also for women's in India like
*Women labour welfare fund
*Dearness allowances
*ESI
*Provident fund act
*Women and child labour protection act
*Maternity benefit for women labour bill
*Divorce act
*Right to Property
*Leave benefit to piece workers
*Revision of scale of pay for Employees
* Restoration of ban on women working underground in mines etc.
15. Dr. Ambedkar was instrumental in bringing about several labour reforms, including establishment of the"EMPLOYMENT EXCHANGE IN INDIA".

16. The man who started the provision for a finance commission every five year in the constitution was none other than Dr. Ambedkar.

17. The original source of references for all the 13 finance commission reports of India are based on Dr. Ambedkar’a PhD. Thesis,"The Evolution of Provincial Finance of British in India".

18. Dr. Ambedkar is 1st PhD. in Economics and 1st Double Doctorate in Economics in
South Asia

19. Dr. Ambedkar
* India’s first Law Minister
*Only an Indian whose photo in London museum along with Karl Marx .
* Chief Architect of Indian constitution
*India’s greatest brilliant lawyer
*1st Man who against directly about 'Cunning ’ and 'Seasonal Politician’ of India GANDHI.
*Chief opponent or Adversary to Indian National Congress
*1st Man who fired the inhuman stupid mythology of Hindu Code Book so up called 'MANUSMRUTI’ in publicly.
*Revolutionary and a Revivalist for Our Indian origin BUDDHISM in India again.
* Father of millions suffering. *Dr.Ambedkar incorporated The wheel of Dhamma also known as Asoka Chakra in the Indian national flag and the Lions from an Asoka pillar at Sarnath was adopted as National Emblem.
*1st Indian who graduated DSc in Economics
*Dr. Ambedkar is declared as "THE GREATEST INDIAN EVER" by CNN, IBN & HISTORY TV, 18 CHANNEL.
.Dr. B. R.AMBEDKAR’S EDUCATIONAL QUALIFICATIONS

* 1st person who passed 10th Matriculation from Depressed Class in India as just got 282/750 marks in1908.

* B. A. POLITICS&ECONOMICS Bombay University in 1912

*M. A . ECONOMICS for his thesis on 'ANCIENT INDIAN COMMERCE ’AMERICA IN 1915

*PhD ( Economics - The Evolution of provincial finance in British India ) in Columbia University, America in 1917

*DSc - ( Thesis - PROBLEM OF RUPEE)London school of Economics in 1920

* Bar at Law from Gray’s Inn in London 1924.

*LLD - ( Honours) Columbia University, New york for his achievements, Leadership And
authoring 'The CONSTITUTION OF INDIA’

*D.Litt - Honoured by Osmania university also.

* MSc- London * Political Economics-Germany.

* 1st PhD in Economics&1st double Doctorate in Economics in south Asia.
Dr. Ambedkar, GREATEST
* Constitutionalist
* Revolutionary
* Bodhisattva
* A Parliamentarian
* Economist
* Sociologist
* Great Politician
* Indian Jurist
* Buddhist Activist
* Philosopher
* Thinker
* Anthropologist
* Historian
* Orator
* Prolific Writer
* Social Reformer But,

The true Hero of Modern India is neglected by the 'MENTAL CASTIEST INDIAN’S and
always portrayed only as a Leader of particular section and much of his work are not taught to socially and economically backward people through school books or any other
credible sources.

I never read such in my school days but read only as"Dr.Ambedkar - Father of Indian Law".
It is very true that ink dries From the pens of Castiest Indian media when writing or publishing anything about him. ..
Soon there will be change in the minds of Indians and they will broad their knowledge about Dr.Ambedkar.